- वे लोग जो जोड़ों के दर्द, सर्वाइकल, सियाटिका, माइग्रेन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
- वे लोग जो तनाव, एसिडिटी, मोटापे जैसी समस्याओं से परेशान हैं।
समग्र स्वास्थ्य के लिए इन दोषों को संतुलित करें।
उपचार – सिर्फ हाथों से!
और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान।
जैसी पुरानी बीमारियों से तुरंत राहत।
करने के लिए प्राकृतिक उपाय।
शाश्वत चिकित्सा के माध्यम से आप बिना किसी दवाई के अपने शरीर को स्वस्थ बना सकते हैं। दवाइयां केवल लक्षणों को दबाती हैं, जबकि शाश्वत चिकित्सा से आपके शरीर को अंदर से ठीक किया जाता है।
यह पद्धति प्राकृतिक और सुरक्षित है, जिसमें आपके शरीर के ऊर्जा केंद्रों को संतुलित किया जाता है।
आप और आपके परिवार के सदस्य स्वयं को और दूसरों को भी स्वस्थ बना सकते हैं।
डॉ. स्वामी बाबा भक्ति प्रकाश जी वैदिक शाश्वत चिकित्सा के एकमात्र प्रख्यात ज्ञाता हैं, जिन्होंने इस प्राचीन और चमत्कारिक चिकित्सा पद्धति को पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया है। उनका उद्देश्य मानवता को बिना किसी दवा और ऑपरेशन के स्वास्थ्य लाभ पहुँचाना है। उन्होंने वर्षों के गहन अध्ययन और साधना के माध्यम से वैदिक शाश्वत चिकित्सा के रहस्यों को उजागर किया है, जिससे आज हजारों लोग स्वस्थ और पीड़ा मुक्त जीवन जी रहे हैं।
स्वामी बाबा भक्ति प्रकाश जी को उनके अतुलनीय योगदान के लिए डॉक्टरेट उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है और उनकी पुस्तक “वैदिक शाश्वत चिकित्सा का अद्भुत विज्ञान” ने इस प्राचीन विद्या को वैश्विक पहचान दिलाई है। वे अपने शिविरों और कार्यशालाओं के माध्यम से निरंतर लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने में संलग्न हैं। उनके मार्गदर्शन से अनेक असाध्य रोगों से ग्रसित लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
उनकी निःस्वार्थ सेवा, गहन ज्ञान और मानवता के प्रति समर्पण भाव ने उन्हें समाज में एक विशेष स्थान दिलाया है। आज वे लाखों लोगों के जीवन में आशा और स्वास्थ्य का प्रकाश फैला रहे हैं।
डॉ. स्वामी भक्ति प्रकाश (निर्गी बाबा) के साथ शाश्वत चिकित्सा सीखें और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है। दवाइयों की बजाय प्राकृतिक उपचार अपनाकर स्वस्थ और खुशहाल जीवन जिएं।
Shashwat Chikitsa is dedicated to holistic healing and wellness through alternative therapies. Join our webinars to explore the power of natural healing methods and transform your well-being.
©2024. All Rights Reserved By Shashwat Chikitsa.